एक अरसे से आंखों को नम करना चाहता था…
बस कारण…अपने तक रखना चाहता था…
नमक हराम देख ली।
अच्युत उमर्जी
०२/०२/२०२२[..]
Achyut Umarji
2 फ़रवरी , 2022
2 फ़रवरी , 2022
एक अरसे से आंखों को नम करना चाहता था…
बस कारण…अपने तक रखना चाहता था…
नमक हराम देख ली।
अच्युत उमर्जी
०२/०२/२०२२[..]
29 जनवरी , 2022
गर यह जताना होता…
अपनी मोहब्बत तेरे लिए…
और उसके लिए कोई इम्तिहान होता…
तेरी कसम…
इम्तिहान में अव्वल आते हम।
अच्युत उमर्जी
२८/०१/२०२२[..]
25 जनवरी , 2022
मैं शाम का इंतजार करता हूं…
और रात का भी…
शाम बहुत जल्दी ढल जाती…
मुलाकात कम होती है…
बातें पूरी नहीं हो पाती है…
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23 जनवरी , 2022
तेरी परछाई की तस्वीर निकाली है…
सुना है परछाई साथ नहीं छोड़ती।
अच्युत उमर्जी
१८/०१/२०२२[..]